हेलो दोस्तो कैसे हो आप सब, मेरा नाम सूर्या हैं मैं रूरकी का रहने वाला
हू, मेरी एज 23 साल हैं, मैं बी टेक कर रहा हू और लास्ट ईयर हैं मेरा, मैं
थोड़ा मोटा हू लेकिन कोई बड़ी बात नही जैसा भी हूँ एक दम मस्त हूँ, आज
आपके लिए अपनी देसी सेक्स स्टोरीस लिख रा हूँ.
ये स्टोरी थोड़ी अलग
है, आप सब से पहले अनुरोध हैं मेरी पहले वाली कहानी ज़रूर पढ़े, इस कहानी
के बारे मैं बता दू मैं ये स्टोरी एक 34 साल की भाभी की हैं, उनके पीरियड्स
चल रहे थे, तब की कहानी है, ज़्यादा दिन नही हुए है.
लेकिन मुझे बस
एक बात का हमेशा गम रहेगा मैं ज़्यादा सेक्स नही कर पता हू, जभि मुझे मैल
आते है वो कभी मसाज के लिए पेन रिलीफ के लिए बोलती हैं, ज़बरदस्ती सेक्स मे
मज़ा नही हैं.
वैसे मैने अक्सर देखा है इंटिमेट ज़्यादा बेटर होता
है सेक्स से, मज़ा ओरल मे ही है क्या चुचियो को दबाना क्या मसलना उनकी
वगेरा वगेरा, अब कहानी पे आ जाता हू मैं.
अभी 4 दिन पहले मेरे पास एक
भाभी का मैल आया था, वो बोली की मैने तुम्हारी एक काफ़ी ओल्ड स्टोरी पढ़ती
थी उसमे तुमने मसाज की थी एक आंटी की 45 साल की क्या अब भी करते हो, मैं
बोला हा करता हू, और उसको बताया की मेरी एक न्यू स्टोरी आ रही है वो भी
मस्ती के ही उपर है.
वो बोली हा मैं पढ़ूंगी ज़रूर, उस भाभी के बारे
मे बता दू मैं 34 साल की थी, शरीर भारी था ज़्यादा भी नही लेकिन बुब्स 39
और गॅंड 41 की थी सारी ज़्यादा पहनती थी.
वो बोली मेरे पीरियड्स चल
रहे है पति भी घर पर नही है, बेटा है एक 3 साल का और मैं अकेली रहती हू घर
पर, पीरियड्स चल रहे है क्या तुम मसाज कर सकते हो मेरी.
मैं बोला हा क्यू नही, वो बोली ठीक है मैं तुमको अड्रेस्स देती हू, वो मुझे देल्ही सेक्टर 10 का अड्रेस्स दी, सॉरी दोस्तो मैं एक बात बता दू मैं भाभियो का नाम नही बताता कभी और जो भी कहानी लिखता हू उन से पुछके, काफ़ी मस्त थी वो.
मैने उनके पिक्स देखे 3-4 भेजी थी वो और मैं भी 2 पिक्स भेजा अपने, इमैल
से बात होती थी, तब तक हम एक दूसरे के बारे मे काफ़ी कुछ जान चुके थे, तभी
उसने एक शर्त बोली, मैं काफ़ी परेशान हो गया था की क्या शर्त होगी.
वो बोली की मैं उन को अपने घर आँखों पर पट्टी बाँध के ले जौंगी अगर उन को भरोसा है तो ठीक है क्यूंकी मैं नही चाहती की कोई मेरे घर का रास्ता देखे और बाद मैं मुझे तंग करे.
मैं बोल दिया ठीक हैं मुझे मंजूर हैं, वो अपना नं दी और अड्रेस्स दी और
अगले दिन आने को बोला और कहा वो मुझे उत्तम नगर मैं मिलेगी वाहा से पिक अप
करेगी, मैने कहा ठीक है.
मैं अगले दिन देल्ही पहुचा और वाहा जाके
मैने उनको कॉल किया बोला मैं उत्तम नगर मे पहुचने वाला हू, ठीक 15 मीं बाद
मैं उत्तम नगर पहुच गया.
मैने 15 मीं के आस पास वेट किया होगी, एक
भाभी 34 साल की आई10 मे आई और मेरे से कुछ दूरी पर कार रोकी और मुझे कॉल
की, जैसे ही मैने कॉल के लिए सेल फोन उठाया वो समझ गई मैं ही हू, वो मेरे
पास कार लाई वापस और मुझ से बोली, आर यू सूर्या ना.
मैने कहा एस मॅम
और वो बोली बैठो, मैं कार के अंदर बैठ गया, वो मेरी आँखो पे पट्टी बाँध दी,
हा मैं आपको एक बात बताना भूल गया वो मुझे एक मैल मैं बोली थी की मैं इतनी
जल्दी तुमसे मिल रही हू मेरी एक शर्त है.
वो शर्त थी की वो अपने घर का रास्ता नही देखने देगी सो मेरी आँखों पे पट्टी बँधी उसने, ऐसे पट्टी बँधी उसने सुबह का टाइम था 4.45 के आस पास बज रहे होंगे, मुझे कुछ भी पता नही चल रहा था कहा कहा कार जा रही थी.
बट कुछ मिनिट्स बाद कार रुकी वो दरवाजा खोली आवाज़ आई, मुझे जैसे और
मुझे आँखों मे पट्टी थी तो मैं समझ नही पाया, फिर वो.मेरा दरवाजा खोली बोली
चलो सूर्या मैं बोला ठीक है वो मेरा हाथ पकड़ के अपने रूम मे ले गई.
वाहा
जाके मेरी पट्टी उतारी, वॉवव क्या मस्त सीन थे एक दम रूम एक दम आलीशान था
मस्त, चारो तरफ छत पे रेड लाइट रूम को एक दम मस्त बना रही थी तभी वो बोली
क्या हुआ.
मेरा ध्यान टूटा मैं बोला कुछ नही बस रूम अछा लग रहा है वो
बोली अच्छा, अभी तो ना जाने क्या क्या अच्छा लगेगा तुमको, और हस दी, फिर
बोली तुम बैठो पानी लेके आती हू वैसे तुम बाताओ क्या पियोगे.
मैं
बोला जो मर्ज़ी पीला दो वो हस दी और जाके ठंडा सा पानी लाई, पी के पानी को
एक दम मज़ा आ गया, ऐसे हमारी बाते होती रही 30 मीं तक बाते की वगेरा वगेरा
फिर वो बोली क्या मसाज कर सकते हो अभी.
मैने हस के कहा हा क्यो नही उसी
के लिए तो आया हू, उसको बोला मॅम आप से रिक्वेस्ट हैं आप नाइटी पहन लो
आक्च्युयली वो सलवार सूट पहनी हुई थी, वो दूसरे रूम मे गई और नाइटी पहन के आ
गई इतनेमे मैं भी कॅप्री मे आ गया बिकॉज़ ज़यादा ओइल ना लग जाए कपड़ो मे.

वो आई बोली की आप कहा मसाज करना पसंद करोगे बेड पर या जमीर पर, मैं बोला बेड पर सही रहेगा, वो मुझे ऑलिव ओइल दी और बेड पे लेट गई सीधी, मैं बोला उल्टा लेट जाओ वो उल्टी लेट गई.
और फिर उसको बोला की आप नाइटी को घुटनो तक उठा लीजिए उसने अपनी नाइटी को
घुटनो के उपर उठा दिया और मैं ऑलिव से उसके पैरो की मसाज करने लगा, धीरे
धीरे मैं प्रेशर देने लगा और उसको मीठा मीठा दर्द हो रहा था मैने पूछा आपको
दर्द हो रहा है क्या?
उसने कहा नही मुझे अच्छा फील हो रहा हैं तब
मैने मसाज कंटिन्यू रखा., उसके पैरो को प्रेशर दिया अच्चेसे, उसकी टॅंगो को
जो एक दम मखमली थी गोर्री चिटी दिल करे की जीब से चाट लू अच्चेसे मसल मसल
के.
उसकी पैरो को दोनो हाथ से बिल्कुल मस्त तरीके से मसाज कर रहा था
वो मज़े से उल्टी लेटी थी बीच बीच मे बाते भी कर रहा था बोर ना हो जाए कही
अब मैं उनकी जांगो पे आ गया था उनकी नाइटी को उपर किया वो बोली क्या कर रहे हो मैं बोला जाँघो की मालिश, नाइटी को उपर कर दो मॅम.
वो बोली शर्म आ रही है आज तक किसी को ऐसे नही करने दी.
मैं बोला
मॅम बिना किए कैसे मसाज होगी फिर, वो चुप चाप कर दी उपर, ब्लॅक कलर की
पैंटी पहनी हुई थी, मेरा लंड एक दम पैंटी देख के खड़ा हो गया, इतनी मस्त दो
स्ट्रिंग पैंटी थी जिसमे बस गॅंड का छेद ढका रहता है और पूरे हिप्स खुले
रहते, मैं मदहोशी की हालत मे था.
मैने स्पंच किया ओइल लगाया उस पे और हिप्स पे लगाने लगा धीरे धीरे, पूरे हिप्स को ओइलि कर दिया फिर हाथो का कमाल दोनो हाथो को उनकी मखमली गॅंड पर मसल्ने लगा वाउ आआ आआ कर रही थी प्लीज़ सूर्या धीरे धीरे अजीब महसूस हो रहा है प्लीज़ मैं बोला ओके मॅम.
मैं मज़े से दोनो हाथो से हिप्स की मालिश कर रहा था कभी एक हिप्स को दोनो हाथ से पकड़ के हथेली से रगड़ के मसलता कभी तपद मारता हिप्स को, उंगलियो से थोड़ा थोड़ा हिप्स को उपर नीचे करके दबा रहा था मज़े से,